परम्परागत कृषि विकास योजना
भारत, एक कृषि प्रधान देश है और पूरे भारतवर्ष में, जैविक खेती की मांग तेज़ी से बढ़ती जा रही है जिसे देखते हुए भारत सरकार ने, जैविक खेती को प्रोत्साहित करते हुए उसके सतत व सर्वांगिन विकास के लिए ’’ सॉयल हेल्थ योजना / Soil Health Scheme ’’ के तहत ही {PKVY} Paramparagat Krishi Vikas Yojana – परम्परागत कृषि विकास योजना को आधिकारीक तौर पर लांच किया गया है जिसकी पूरी जानकारी हम, आपको इस आर्टिकल में, प्रदान करेंगे।
हम, अपने सभी पाठकों व आवेदकों को बता दें कि, PKVY Scheme के तहत सभी लाभार्थी किसानों को कलस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदानों हेतु प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन व विपणन आदि के लिए 50,000 रुपयों की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी ताकि देश में, जैविक खेती को सतत तौर पर विकसित किया जा सकें।
अन्त हम, अपने इस आर्टिकल में, आपको – परम्परागत कृषि विकास योजना ।। Parampragat Krishi Vikas Yojana (PKVY) अर्थात् PKVY Scheme in Hindi के साथ ही साथ PKVY Registration 2021 की भी पूरी जानकारी प्रदान करेंगे ताकि हमारे सभी आवेदक, इस योजना में, जल्द से जल्द आवेदन करके अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकें।
योजना का नाम क्या है? | परम्परागत कृषि विकास योजना ।। Paramapragat Krishi Vikas Yojana (PKVY) |
योजना को किसने जारी किया है? | भारत सरकार। |
किस योजना के तहत जारी किया गया है? | सॉयल हेल्थ योजना / Soil Health Scheme के तहत। |
योजना का उद्धेश्य क्या है? | पूरे भारतवर्ष में, जैविक खेती को प्रेरित व प्रोत्साहित करना। |
योजना के तहत कितनी वित्तीय सहायता दी जायेगी? | जैविक खेती को निरन्तर प्रेरित व प्रोत्साहित करने के लिए अलग – अलग चीजों के लिए कुल मिलाकर 50,000 रुपयो की वित्तीय प्रदान की जायेगी। |
आधिकारीक वेबसाइट का लिंक क्या है? | यहां पर क्लिक करें |
सम्पर्क विवरणों की सूची का डाउनलोड लिंक? | यहां क्लिक करें |
परम्परागत कृषि विकास योजना व इसका मौलिक उद्धेश्य क्या है?
आइए अब हम, कुछ मौलिक बिंदुओँ की मदद से अपने पाठको व आवेदकों को विस्तार से परम्परागत कृषि विकास योजना 2021 व इसके मौलिक उद्धेश्यों के बारे में, बतायेंगे जो कि, इस प्रकार से हैं-
परम्परागत कृषि विकास योजना क्या है?
पूरे भारत में भारत सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देकर इसके सतत और सर्वांगीण विकास के लिए “मृदा स्वास्थ्य योजना” के तहत परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक रूप से शुरुआत की है, जिसके तहत पारंपरिक कृषि विकास योजना के तहत 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, इनपुट के लिए प्रोत्साहन, मूल्य संवर्धन और विपणन आदि के लिए सभी आवेदकों को प्रदान किया जाता है ताकि देश में स्थायी आधार पर जैविक खेती विकसित की जा सके।
Paramapragat Krishi Vikas Yojana (PKVY) – मौलिक उद्धेश्य क्या है?
- देश में, परम्परागत और आधुनिक तकनीक के संतुलित मिश्रण से एक स्थायी जैविक खेती पद्धति का निर्माण करना,
- भारतवर्ष में, जैविक खेती को निरन्तर प्रेरित व प्रोत्साहित करने के लिए अलग – अलग चीजों के लिए कुल मिलाकर 50,000 रुपयो की वित्तीय मदद करना जैसे कि –
- परम्परागत कृषि विकास योजना 2021 के तहत सभी आवेदको को कलस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदानों हेतु प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन व विपणन आदि के लिए 50,000 रुपयों की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी,
- सभी लाभार्थी किसानों को उनकी जैविक खेती के लिए प्रति हेक्टेयर की दर से 50,000 रुपयो की वित्तीय सहायता 3 सालों के लिए प्रदान की जायेगी,
- परम्परागत कृषि विकास योजना 2021 के तहत मूल्यवर्धन व विपणन के लिए कुल 8,800 रुपयो की वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी आदि।
- जैविक खेती हेतु आदर्श मिट्टी के तौर पर मिट्टी की उर्वरकता को विकसित करना,
- किसानों का सामाजिक व आर्थिक विकास करना और
- किसानों सहित पूरे भारतवर्ष का सतत व सर्वांगिन विकास करना आदि।
उपरोक्त सभी बिंदुओँ की मदद से ना केवल हमने अपने पाठको व आवेदको को योजना के बारे में बताया बल्कि साथ ही साथ उन्हें हमने इस योजना के उद्धेश्यों के बारे में, भी बताया।
PKVY Scheme in Hindi – लाभ व विशेषतायें क्या है?
आइए अब हम, कुछ बिंदुओँ की मदद से PKVY Scheme in Hindi के लाभ व विशेषताओँ के बारे में, आपको बतायेंगे जो कि, इस प्रकार से हैं-
- भारत सरकार ने, अपने कल्याणकारी योजना अर्थात् Paramapragat Krishi Vikas Yojana (PKVY) के माध्यम से परम्परागत कृषि को नया जीवन देने का प्रयास किया है,
- इस योजना के तहत सीधे तौर पर जैविक खेती करने वाले हमारे किसान भाई-बहनों को वित्तीय तौर पर लाभान्वित किया जायेगा,
- Paramapragat Krishi Vikas Yojana (PKVY) के तहत आधुनिक तकनीक व परम्परागत तकनीक का एक स्थायी मिश्रण तैयार करके कृषि को नया आयाम दिया जायेगा,
- जैविक खेती हेतु आदर्शी मिट्टी के लिए मिट्टी की उर्वरकता का पर्याप्त पोषण किया जायेगा,
- परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत सभी आवेदको को कलस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदानों हेतु प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन व विपणन आदि के लिए 50,000 रुपयों की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी,
- परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत सभी लाभार्थी किसानों को उनकी जैविक खेती के लिए प्रति हेक्टेयर की दर से 50,000 रुपयो की वित्तीय सहायता 3 सालों के लिए प्रदान की जायेगी,
- योजना के तहत प्रदान की जाने वाली 50,000 रुपयो की वित्तीय सहायता में से ही 31,000 प्रति हेक्टेयर की राशि जैविक उर्वरक, कीटनाशकों और बीजों आदि के लिए प्रदान किया जायेगा,
- वहीं दूसरी तरफ परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत मूल्यवर्धन व विपणन के लिए कुल 8,800 रुपयो की वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी,
- योजना के अन्तर्गत कलस्टर निर्माण व क्षमता निर्माण के लिए कुल 3,000 रुपयों की वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी आदि।
उपरोक्त बिंदुओँ की मदद से हमने अपने सभी पाठको व आवेदको को परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत प्राप्त होने वाले लाभों व योजना की विशेषताओं के बारे में, बताया।
Paramapragat Krishi Vikas Yojana (PKVY) – पिछले 4 सालो में दी गई आर्थिक सहायता
साल | बजट एस्टीमेट (crore) | रिवाइज्ड एस्टीमेट (crore) | रिलीज (crore) |
2017-18 | 350 | 250 | 203.46 |
2018-19 | 360 | 335.91 | 329.46 |
2019-20 | 325 | 299.36 | 283.67 |
2020-21 | 500 | 350 | 381.05 |
कुल | 1535 | 1235.27 | 1197.64 |
उपरोक्त तालिका की मदद से हमने आपको Paramapragat Krishi Vikas Yojana (PKVY) के तहत पिछले 4 सालो में, दी गई आर्थिक सहायता के बारे में, बताया।
परम्परागत कृषि विकास योजना – ताज़ा आंकड़े हुए जारी
Active Regional Council | 334 |
Total Group | 26007 |
Approved Group | 26007 |
Total Farmer | 924450 |
Approved Farmer | 910476 |
Not Approved Farmer | 13974 |
Total Certificate | 2141473 |
Approved Certificate | 939466 |
Not Approve Certificate | 1202007 |
Area Offered For Organic Farming | 551112.279075419 Hectare |
उपरोक्त तालिका की मदद से हमने अपने सभी पाठको व आवेदको को इस कल्याणकारी योजना के तहत जारी हुए ताज़ा आंकड़ो के बारे में, बताया।
PKVY Scheme in Hindi – पात्रता व दस्तावेज क्या है?
हम, अपने सभी आवेदकों को बता दें कि, परम्परागत कृषि विकास योजना 2021 में, आवेदन के लिए आपको कुछ पात्रताओं व दस्तावेजो की पूर्ति करनी होगी जो कि, इस प्रकार से हैं-
परम्परागत कृषि विकास योजना – अनिवार्य पात्रता
- Paramapragat Krishi Vikas Yojana (PKVY) में, आवेदन करने हेतु सभी आवेदक, भारत के स्थायी निवासी होने चाहिए,
- योजना के तहत आवेदक, किसान होना चाहिए और
- आवेदन की आयु 18 साल से अधिक होनी चाहिए आदि।
Paramapragat Krishi Vikas Yojana (PKVY) – दस्तावेज
- आवेदनकर्ता का आधार कार्ड,
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र,
- आय प्रमाण पत्र,
- आयु प्रमाण पत्र,
- राशन कार्ड,
- चालू मोबाइल नंबर और
- ताजा पास पोर्ट साइज की फोटो आदि।
उपरोक्त सभी पात्रताओँ व दस्तावेजों की पूर्ति के बाद हमारे आवेदक, इस कल्याणकारी योजना में, आवेदन कर सकते है।
परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) – Registration
इस योजना में, आवेदन के इच्छुक हमारे सभी आवेदनकर्ता आसानी से ऑनलाइन माध्यम से इस कल्याणकारी योजना में, आवेदन कर सकते है जिसकी पूरी ऑनलाइन प्रक्रिया इस प्रकार से हैं-
- हमारे सभी आवेदकों को सबसे पहले Paramapragat Krishi Vikas Yojana (PKVY) के तहत जारी आधिकारीक वेबसाइट के होम – पेज पर आना होगा जिसके लिए आपको इस लिंक – https://pgsindia-ncof.gov.in/PKVY/Index.aspx पर क्लिक करना होगा जो कि, इस प्रकार का होगा –
- होम – पेज पर आने के बाद आपको ’’ आवेदन करें ’’ का विकल्प मिलेगा जिस पर आपको क्लिक करना होगा,
- इसके बाद आपके सामने योजना के तहत जारी आवेदन फॉर्म खुल जायेगा जिसे आपको बेहद ध्यान व सावधानी के साथ भरना होगा,
- इसके बाद आपको मांगे जाने वाले सभी दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करना होगा और
- अन्त में, आपको अपने इस आवेदन फॉर्म को समबिट करके इसकी रसीद को प्राप्त कर लेना होगा आदि।
उपरोक्त चरणों को पूरा करने के बाद हमारे सभी आवेदक, आसानी से ऑनलाइन इस योजना में, आवेदन कर पायेंगे और योजना का पूरा-पूरा लाभ प्राप्त कर पायेंगे।
परम्परागत कृषि विकास योजना – सम्पर्क कैसे करें?
हमारे सभी आवेदक, उपरोक्त सम्पर्क विवरणों पर सम्पर्क कर सकते है और योजना संबंधी अपनी सभी समस्याओँ का समाधान प्राप्त करके इस योजना का पूरा लाभ प्राप्त कर सकते है।
आशा करते है हमारे द्वारा बताई गई जानकारी आपको लाभदायक साबित हुई होगी इसी प्रकार की और जानकारी के लिए आप हमसे ऐसे ही जुड़े रहिये और अपनी राय हमें कमेंट करके ज़रूर बताइये इससे हमें भविष्य में और बेहतर कंटेंट लाने में सहायता मिलेगी , धंन्यवाद।